ज़िन्दगी की राह में, मिले है कई लोग,
कुछ पतझड़ की पत्तियां, कुछ सावन की भोर,
कुछ रहते हैं साथ में, कुछ रहते है याद,
किसी से होती दोस्ती, किसी से होता प्यार,
किसी से जीते जीत हैं, किसी से जीते हार,
किसी से बनते प्यार के रिश्ते, कुछ करते तक़रार,
कुछ राहों की मंजिलें, और कुछ मंजिल की राह,
कुछ में मेरी ज़िन्दगी, और कुछ बिन मैं कहाँ....
Tuesday, February 3, 2009
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This is also a nice one.....
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